मुस्लिम वर्ग को साम्प्रदायिक माहौल से निकलने की आवश्यकता – बुनई हसनी

Mumbai / eRise news
मुंबई । ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड मुस्लिम वर्ग को शिक्षा से जोडऩे, मतदान में भाग लेने, किसी भी राजनेताओं के बहकावे में नहीं आने और अपने पारंपरिक रोजगार शुरु कर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेगा और उन्हे हर संभव सहायता दिलाने का प्रयास करेगा ताकि साम्प्रदायिक माहौल से उपजे तनाव से मुस्लिम युवा को निकाला जा सके। उलेमा बोर्ड के महासचिव अल्लामा बुनई हसनी ने मुंबई में उलेमा बोर्ड की पार्लियामेंट्री बैठक के बाद जानकारी देते हुए बताया कि देश में मौजूदा हालात से मुस्लिम वर्ग अहसास ए कमतरी का शिकार हो रहा है जिसके कारण देश के विकास में मुस्लिम युवाओं की प्रतिभा का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है, और ये सब राजनीति के कारण हो रहा है। अल्लामा बुनई हसनी ने बताया कि उलेमा बोर्ड अगले माह से अपनी योजना पर अमल शुुरु कर देगा। बोर्ड की योजना है कि विभिन्न राज्यों की राजधानीयों लखनउ, पटना, कलकत्ता, हैदराबाद और भोपाल में मुस्लिम बहुल्य क्षेत्रों में सीधा संवाद करेगा और उनको देश के लिए काम करने, किसी बहकावे में नहीं आकर अपनी शिक्षा, रोजगार पर ध्यान देने को समझाएगा। हसनी ने कहा कि इस दौरान उनकी समस्याओं, उनके डर को स्थानीय प्रशासन से बात कर उसका समाधान निकलवाने का प्रयास करेगा। यदि शुरु के पांच शहरों में योजना कामयाब रही तो बोर्ड पूरे देश में मुस्लिमों को जागरुक करने का काम करेगा। बुनई हसनी ने कहा कि बोर्ड की बैठक में सभी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस पहल से मुस्लिम वर्ग में जागरुकता आएगी, आत्मविश्वास आएगा और उनको संबल मिलेगा जो अभी तक किसी ने भी दिया है।
संयोजकों की नियुक्ति –
अपनी योजना के लक्ष्य को पूरा करने के लिए उलेमा बोर्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में संयोजक बनाए हैं। उनमें अहमदाबाद से शेख हफीजुल्लाह, मुंबई से मौलाना नौशाद अहमद सिद्दीकी. हैदराबाद से मौलाना रियाजुद्दीन नक्शबंदी, पटना से सैयद अर्शे अला फरीदी, पुणे से सलीम अलवारे. कोलकाता से मुफ्ती खालिद आजम हैदरी, लखनऊ से इशरत सुल्ताना. देवबंद से शाजि़या नाज़. अलीगढ से प्रोफेसर सैयद अतीक .अरंगाबाद से मुबीन सिद्दीकी. भोपाल से काजी अजमत शाह मक्की, नागपुर से प्रिंसिपल आबिद सर, बेंगलुरु से इरशाद अहमद, रांची से बादशाह खान. गुलबर्गा से क़ाज़ी रिज़वानुर रहमान सिद्दीकी, दिल्ली से मुफ़्ती ताहिर होसैन मज़ाहिरी को मनोनित किया है। बोर्ड की इस विशेष योजना के कार्यक्रमों के राष्ट्रीय संयोजक अजमेर से जर्नलिस्ट सैयद मुजफ्फर अली को बनाया गया है।